आग कितने प्रकार के होते है और अग्निशामक का प्रयोग | Types of fire and use fire extinguisher
आज के इस आर्टिकल में हम पढ़ेंगे की आग क्या है और आग कितने प्रकार के होते है लकड़ी से लगे,आग तेल से लगे आग,गैस से लगे आग,बिजली से लगे आग,को बुझाने के लिए कौन से फायर एक्सटीन्गुइशेर का उपयोग क्या जाता है आग की दुर्घटनाये प्राय अग्गियानता से या लापरवाही से होती है जिससे कारखाने के मालिक को मजदुर को और राष्ट्र को बहुत हानि होती है इसलिए इस आर्टिकल में हम आग से बचने के निम्नलिखित बातों को ध्यान में रखेंगे
आग क्या है ( what is fire ):
आग चाहे कारखाने में लगा हो या किसी भी जगह लगा हो आग लगने के लिए ईंधन + ताप + ऑक्सीजन का होना आवश्येक है क्यों की इन तीनो के मिश्रण से ही आग बनती है |
what is fire |
आग कितने प्रकार के होते है ( Types of fire ):
आग 4 प्रकार की होती है जो निम्नलिखित है |
- कर्बोनेसियस फायर ( carbonatious fire ): जब कभी आग लकड़ी या कोयले से लग जाती है तो उस आग को कार्बोनेशियस फायर कहते है | इस तरह से लगने वाले आग को बुझाने के लिए रेत या पानी तथा मिटटी का प्रयोग किया जाता है | परन्तु अगर आग बहुत ज्यादा फैल गयी हो तोह उसे बुझाने के लिए सोडा एसिड एक्सटिंगयूशर का प्रयोग किया जाता है इसे class A फायर कहते है |
- तेल से आग ( oil fire ): जब कही भी आग तेल से लगी हो जैसे पेट्रोल डीजल किरोसिन और भी अन्य प्रकार के तेल से लगी हो तोह इसे बुझाने के लिए फोम फायर एक्सटिंग्युशर का प्रयोग किया जाता है इसे class B फायर कहते है |
- गैस से लगी आग ( Gas fire ): जब कभी आग किसी गैस द्वारा लगी हो तोह उसे गैस फायर कहते है गैस से लगी आग को बुझाने के लिए पानी का प्रयोग किया जाता है|
- बिजली द्वारा लगी आग ( Electricals fire ): बिजली से लगी आग को इलेक्ट्रिकल फायर कहते है इसे बुझाने के लिए सी टी सी फायर एक्सटिंग्युशर का प्रयोग क्या जाता है इसे class D फायर कहते है |
आग बुझाने के यंत्र ( fire fighting extinguisher ):
आइये जानते है कि फायर एस्टिंग्यूशर होता क्या है यह एक आग बुझाने का यन्त्र है जिसे आग बुझाने के लिए प्रयोग किया जाता है इस तरह का यंत्र आप आईटीआई के वर्कशॉप मे देखे ही होंगे इसे वर्कशॉप पे किसी उचित स्थान पर लटका दिया जाता है इसमें आग के प्रकार के अनुसार केमिकल या गैस भरा होता है आग के प्रकार के अनुसार यह निम्न प्रकार के होते है |
- सी टी सी एक्सटिंग्युशर ( C.T.C Extinguisher ): इसका उपयोग बिजली से लगी आग को बुझाने के लिए किया जाता है इसका सिलिंडर पीतल का बना होता है जिसे कार्बन टेट्रा क्लोराइड के तरल प्रदार्थ से भर दिया जाता है सिलिंडर के ऊपर डबल एक्टिंग फाॅर्स पम्प लगा होता है जिसे एक हैंडल द्वारा दबाने पर तरल प्राथर्त भाप के रूप पे बाहर निकलता है जो आग को बुझाता है |
- फोम एक्सटिंग्युशर ( Form Extinguisher ): ते ल से लगी आग को बुझाने के लिए फोम एक्सटिंग्युशर का प्रयोग किया जाता है इसके बाहर और भीतर दो कंटेनर लगा होता है बहार के कंटेनर में सोडा बाई कार्बोनेट तथा भीतर के कंटेनर में एल्मुनियम सल्फेट का घोल भरा रहता है तेलीय पर्दार्थ से लगी आग को बुझाने के लिए किया जाता है| इसकी पहचान बॉडी पर बने भूरे रंग के हाथ से की जाती है|
- सोडसोडा एसिड एक्सटिंग्युशर ( soda acid extinguisher ); लकड़ी से लगी आग को बुझाने के लिए इस एक्सटिंग्युशर का प्रयोग किया जाता है इसकी पहचान बॉडी पर बने पिले रंग के हाथ चिन्ह से की जाती है|
आग लगने के कारण ( causes of fire ):
- बिजली के तारो का ढीला कनेक्सन होना
- तेज चलने वाले पार्ट्स पर तेल का न होना
- कारखाने में धूम्रपान करना
- बिजली के तारो पर ओवरलोड पढ़ने से
- बिजली के शार्ट सर्किट से
आग को रोकने का उपाय ( Fire Fighting ):
- किसी भी जगह आग लगने पर आग आग पुकारे तथा खतरे का सायरन बजा दे|
- कार्यशाला में धुरुमपान नहीं करना चाहिए|
- आग लगने पर फायर ब्रिगेड और कारखाने के उच्च अधिकारी को सुचना देना चाहिए|
- तेल से लगी आग को पानी से न बुझाये इसे रेत या गैस से बुझाने का कोशिश करे|
- यदि आग में घिर जाये तो खड़ा नहीं रहना चाहिए फर्श पर लेट कर रेगना चाहिए|
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